प्रयोजनमूलक हिंदी संभावनाएं और प्रमुख आयाम
वर्तमान सदी में साहित्यिक हिंदी के अतिरिक्त हिंदी का एक अपेक्षाकृत नवीन रूप उभर कर सामने आ रहा है जिसे प्रयोजनमूलक हिंदी की संज्ञा दी गई है | हिंदी भाषा को राजभाषा के पद पर सही रूप में प्रतिष्ठित करने के लिए इस प्रयोजनमूलक हिंदी को अधिक समृद्धशाली और व्यापक बनाने की आवश्यकता है| प्रयोजनमूलक हिंदी के लिए कामकाजी हिंदी तथा व्यवहारिक हिंदी आदि शब्दों का भी प्रयोग किया जा रहा है । प्रशासन से संबंधित कार्य व्यापारो के लिए इन शब्दों का प्रयोग विशेष रूप से किया जाता है ।इस प्रकार वर्तमान में हिंदी के दो रूप देखे जा सकते हैं । 1. साहित्य रूप जिस की परंपरा प्राचीनकाल से चली आ रही है तथा जिसने भाव और अभिव्यक्ति की अनेक शैलियों एवं पद्धतियों को विकसित किया है हिंदी का यह रूप अत्यंत समृद्ध एवं संपन्न है । 2 हिंदी का दूसरा रूप जिसे प्रयोजनमूलक हिंदी कहा जाता है अपेक्षाकृत नवीन है । प्रयोजन मूलक हिंदी का अर्थ है किसी विशेष प्रयोजन के लिए उपयोग करना । यह हिंदी का सर्वाधिक महत्वपूर्ण रूप है क्योंकि यह जीवन की विवि...