सफलता की कुंजी आशा और विश्वास
एक सफल व्यक्ति के जीवन में आशा और विश्वास का बहुत महत्व है ! जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में मनुष्य को अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है , इन चुनौतियों का सामना करते हुए मनुष्य तभी जीवन में आगे बढ़ सकता है जब उसके मन में उम्मीद का दिया जल रहा हो , उसे विश्वास हो कि वह एक दिन अवश्य सफल होगा ! यहां 5 दीयो की एक छोटी सी कहानी प्रेरणा प्रदान कर सकती है ! यह दिए हैं उत्साह ,शांति, हिम्मत ,समृद्धि और उम्मीद के ! एक दिन उत्साह का दीया खुद को बेकार समझ कर बुझ जाता है उसकी देखा-देखी शांति का दीया भी बुझ जाता है !जब उत्साह और शांति नहीं रहती तो हिम्मत भी जवाब दे जाती है अर्थात हिम्मत का दीया भी बुझ जाता है इन तीनों के बुझ जाने से निराश समृद्धि का दीया भी बुझ जाता है! अब केवल उम्मीद का दिया ही जीवन ज्योति का कार्य करता है ! यह उम्मीद का दीया प्रज्वलित है तो वह बुझे हुए समस्त दीयों को जला सकता है ! वह जीवन में फिर से उत्साह का संचार कर सकता है , वह फिर से विश्वास दिला सकता है कि मनुष्य अवश्य सफलता प्राप्त करेगा ! अतः उसे कभी भी आशा का दामन नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि वे यह नहीं जान सकता कि आने वाला समय उसके लिए क्या लाने वाला है ! "हेलेन केलर" ने कहा है , "आशावादी होना एक विश्वास है जो हमेशा उपलब्धि की तरफ ले जाता है ! बिना आशा व उम्मीद के कुछ भी नहीं किया जा सकता !"
कुछ ना कुछ नया करने की प्रवृत्ति मनुष्य में प्रबल रूप से प्रभावी है ! पहले वह कुछ नया करने के बारे में विचार करता है , उसकी सफलता पर विश्वास करता है , तभी वह उस को क्रियान्वित कर सकता है ! यह उम्मीद की ही शक्ति है जिसने भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा chandrayaan-2 की सफल लांचिंग कराई ! आज भी हजारों लाखों वैज्ञानिक अलग-अलग ग्रहों पर कुछ नया खोज रहे हैं ! कोई मंगल ग्रह पर जीवन को तलाश रहा है , कोई चांद पर जीवन की तलाश में है ! 27 जुलाई 2015 में शिलागं के आई.आई एम. मे भारत के मिसाइल मैन और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने अपने अंतिम भाषण में कहा था ! "सपनों को पूरा करने के लिए सपने देखना जरूरी है जब सपने होंगे तो पूरे होंगे "! इन सपनों के बल पर ही वैज्ञानिक छोटी छोटी चीजों को माध्यम बनाकर विभिन्न ग्रहों पर जीवन की तलाश कर रहे !
जब निराशा की भावना उत्पन्न होती है तब
मनुष्य की प्रवृत्ति है कि वह नकारात्मक विचीरो से घिर जाता है ! उसके अंतर्मन से सकारात्मक विचार कहीं खो जाते हैं लेकिन जब उसे ईश्वर पर विश्वास होता है तब उसे विश्वास वाणी मिलती है और उसमें सकारात्मक विचारों का संचार होता है कहते हैं जब कोई कार्य निस्वार्थ भाव से किया जाता है तो उसे पूरी कायनात पूरा करने में जुट जाती है शर्त यह है कि मनुष्य अपनी उम्मीद ना छोड़े और सदा कोशिश करता रहे ! कलाम साहब ने कहा था ,"इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है ,क्योंकि सफलता का आनंद उठाने के लिए यह जरूरी है ! उन्होंने कहा तब तक लड़ना मत छोड़ो जब तक अपनी तय की हुई जगह पर ना पहुंच जाओ ! यही आदित्य तुम हो जिंदगी में एक लक्ष्य रखो , लगातार ज्ञान प्राप्त करो ,कड़ी मेहनत करो और महान जीवन को प्राप्त करने के लिए दृढ़ रहो !" इसी प्रकार महान वैज्ञानिक "आइंस्टाइन " ने कार्य की लग्न को सफलता की कुंजी बताया है"!
विश्वास और आशा से जुड़े रहने के लिए मनुष्य के जीवन में आशावान व्यक्तियों की भी अहम भूमिका होती है , जो उसमें यह विश्वास बनाए रखें कि जब कोई दूसरा यह काम कर सकता है ,तो तुम क्यों नहीं !" यह कार्य माता-पिता , मित्र या कोई हितैषी कर सकता है ! जो नकारात्मक विचारों को मिटाकर उम्मीद जगाता है और सफलता का भागीदार बनता है ! वास्तव मे एक मां अपने बच्चे को मौत के मुंह से खींच कर ला सकती है ! विश्वास के बल पर ही सावित्री रूपी पत्नी अपने पति सत्यवान को यमराज के चुंगल से बचा सकती है ! इसिलिए जीवन मे एक सच्चे मित्र की आवश्यकता है !
विश्वास की शक्ति मनुष्य को तभी प्राप्त हो सकती है जब वह कुदरत पर विश्वास रखता हो, अपनी प्रार्थना पर विश्वास रखता हो ,जब प्रार्थना करें तो सकारात्मक विचारों के साथ करे ! कहते हैं ना उम्मीदी कुफ्र है इसलिए विश्वास रखें जो आप वर्णन करेंगे वही प्राप्त कर्ंगे ! "अगर आप जीवन में शांति चाहते हैं शांति की प्रार्थना करें , अशांति से दूर जाने की नहीं !"आचार्य चाणक्य का कथन है मेहनत करें और करते रहे पर अपने भाग्य पर भी भरोसा रखें ! यानी अपने भाग्य को कोसें नहीं बल्कि विश्वास रखें !" मनुष्य को कर्मों का फल भी अवश्य भोगना पड़ता है जिस तरह एक बछड़ा हजारों गायों के झुंड में भी अपनी मां के पीछे चलता है उसी प्रकार आदमी के अच्छे बुरे कर्म उसके पीछे चलते हैं !"आचार्य चाणक्य "
मनुष्य यदि अपने जीवन में निम्नलिखित नियमों का पालन करें तो विश्वास और आशा उसका साथ कभी नहीं छोड़ेंगे !
१ मनुष्य ईश्वर की सर्वोत्कृष्ट कृति है इसलिए उसे हमेशा विश्वास रखना चाहिए कि ईश्वर ने मुझे जन्म दिया है वह हर परिस्थिति में मेरे साथ है !
२. मुझे विश्वास है यह समस्या मेरे जीवन की अंतिम समस्या है !
३ मैं हमेशा उत्साह शांति हिम्मत समृद्धि और उम्मीद जैसे गुणों को अपने अंदर प्रज्वलित रखूंगा !
४. ईश्वर मेरे जीवन की समस्याओं का समाधान करने वाला है ! मैं अपने श्रम अपनी लगन और अपने भाग्य पर विश्वास करता हूं !
Comments
Post a Comment